बुखार से शुरू वायरस का संक्रमण पैरों तक पहुंचा, नए मामलों में अंगूठे में घाव समेत कई नए लक्षण सामने आए

आमतौर पर चिकनपॉक्स में पैरों पर दिखने वाला जामुनी रंग का घाव भी कोरोना संक्रमण का एक लक्षण हो सकता है। यह दावा इटली और स्पेन में विशेषज्ञों नेकिया है। स्पेन और इटली में ऐसे लोग भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं जिनके अंगूठे में गहरे घाव थे, ये लक्षण खासतौर पर बच्चों और किशोरों में देखे गए।दुनियाभर में जितनी तेजी से कोरोनावायरस के संक्रमण का दायरा बढ़ रहा है, उतना ही लक्षणों में भी बदलाव आ रहा है। दुनियाभर के देशों में हुई रिसर्च केमुताबिक, पिछले 4 महीने के अंदर कोरोना के 15 से अधिक नए लक्षण देखे गए हैं।


सबसे खास बात है कि ऐसे मामलों की संख्या बढ़ रही है जिसमें कोरोना के वेआम लक्षण नहीं दिखाई देते जैसे बुखार, मांसपेशियों में अकड़न और सांस मेंतकलीफ। संक्रमण की शुरुआत में ही ऐसे बदलाव दिखाई दे रहे हैं जिसे लोग संक्रमण का इशारा नहीं समझ पा रहे जैसे गंध महसूस न कर पाना, सिरदर्द,बोलते-बोलते सुधबुध खो देना, पेट में दर्द और दिमाग में खून के थक्के जमना। एक्सपर्ट की जुबानी जानिए, संक्रमण के कौन-कौन से लक्षण दिखने पर अलर्ट हो जाना चाहिए।

कोरोना की भयावहता को बताते 4मामले

  • केस-1 : पहले पैर में गहरे रंग का घाव फिर शरीर में खुजली और अकड़न

इटली में कोरोना के संक्रमण की शुरुआत में 13 साल के बच्चे का मामला सामने आया। उसके पैरों में गहरे रंग का घाव जैसा था जिसे मकड़ी के काटने कानिशान मना गया। घाव बढ़ने पर उसे 8 मार्च को अस्पताल ले जाया गया। दो दिन बाद, बुखार, सिरदर्द, शरीर में खुजली, घाव पर जलन, मांसपेशियों में दर्द केलक्षण दिखे। इटली में कोरोना का पहला मामला सामने आने के 5 हफ्तों के बाद एक रिपोर्ट जारी की गई। जिसमें बताया कि हॉस्पिटल में हर पांच में एक बच्चेकी चमड़ी पर अलग किस्म के बदलाव दिख रहे हैं।

पैरों में जामुनी रंग के घाव के मामले बच्चों में अधिक सामने आ रहे हैं।

स्पेनिश जनरल काउंसिल ऑफ पोडियाट्रिस्ट कॉलेज में 7500 प्रोफेशनल्स है। इन्होंने ऐसा डाटा तैयार किया जिसमें वो बच्चे थे जिनके पैर पर घाव हुआ था। इनकीस्टडी की गई। काउंसिल की रिपोर्ट में सामने आया कि ऐसे मामले इटली, स्पेन और फ्रांस में कोरोना से संक्रमित मरीजों में मिले हैं, इनमें सबसे ज्यादा संख्याबच्चों की है।

  • केस-2 : फूड पॉइजनिंग से संक्रमण का इशारा

चीन से मिले आंकड़ों के अनुसार 50 फीसदी कोरोना मरीजों में पेट में दर्द, उल्टी और डायरिया जैसे लक्षण देखे गए हैं। अमेरिकन जर्नल ऑफ गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी मेंप्रकाशित शोध के मुताबिक, चीन के हुबेई प्रांत में कोरोना के 204 मरीजों पर हुई रिसर्च में इसकी पुष्टि हुई है। द सन की एक रिपोर्ट में लंदन के बलहम शहरनिवासी इस्ला हसलम ने अपना अनुभव शेयर किया। इस्ला ने कहा, जब वह कोरोनावायरस के संक्रमण से जूझ रही थीं तो पेट में अजीब किस्म का दर्द महसूसहुआ, यह संक्रमण का पहला लक्षण था। एक दिन सुबह उठी तो लगा कि फूड पॉइजनिंग हुई है। कुछ घंटों बाद गले में सूजन और सांस लेने में तकलीफ जैसेलक्षण दिखे। रात तक नाक पूरी बंद हो चुकी थी, वह बेहद डरावना अनुभव था। शरीर में अकड़न हो रही थी और काफी भारीपन महसूस होने के साथ बुखार चढ़रहा था।

50 फीसदी कोरोना मरीजों में पेट में दर्द, उल्टी और डायरिया जैसे लक्षण देखे गए हैं।
  • केस-3 : दक्षिणकोरिया में गंध और स्वाद न पहचान पाना शुरुआती लक्षण

गंध या खुशबू को सूंघ न पाना और स्वाद महसूस न होना भी कोरोना वायरस के संक्रमण का शुरुआती लक्षण है। ब्रिटिश रायनोलॉजिकल सोसायटी के प्रेसिडेंटनिर्मल कुमार के मुताबिक, साउथ कोरिया, चीन और इटली में कोरोना पीड़ितों में इसकी पुष्टि हुई है। रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण कोरिया में कोरोना से पीड़ित30 फीसदी लोगों ने गंध को न सूंघ पाना सबसे प्रमुख लक्षण था। बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ के अलावा यह भी एक अहम लक्षण है, जो संक्रमणपहचानने में मददगार साबित हो सकता है। ऐसी ही रिपोर्ट अमेरिकन एकेडमी ऑफ ओटोलैरेंगोलॉजी ने भी हाल ही में जारी की है। अमेरिकन एकेडमी की रिपोर्ट केमुताबिक, ऐसे लक्षण दिखने पर बिना देरी किए डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए।

शोधकर्ताओं के मुताबिक, खुश्बू महसूस न कर पाना भी कोरोनावायरस के संक्रमण का एक शुरुआती लक्षण है।
  • केस-4 : बोलते-बोलते सुधबुध खोई और नाम तक नहीं बता पाया मरीज

अमेरिका के मिशिगन में करीब 50 साल की एक महिला एयरलाइनकर्मी को कोरोना का संक्रमण हुआ। उसे कुछ नहीं समझ हीं आ रहा था, उसने डॉक्टर को सिरदर्दहोने की समस्या बताई। बमुश्किल वह डॉक्टर को अपना नाम बता पाई। जब ब्रेन स्कैनिंग की गई तो सामने आया कि दिमाग के कई हिस्सों अलग तरह की सूजनहै। दिमाग के एक हिस्से की कुछ कोशिकाएं डैमेज होकर खत्म हो गई थीं। इटली की ब्रेसिका यूनिवर्सिटी के हॉस्पिटल से जुड़े डॉ. एलेसेंड्रो पेडोवानी के मुताबिक,
कोरोना के मरीजों में ऐसा ही बदलाव इटली और दुनिया के दूसरे हिस्से डॉक्टरों ने भी नोटिस किया। इसमें ब्रेन स्ट्रोक, दिमागी दौरे, एन्सेफेलाइटिस के लक्षण,दिमाग में खून के थक्के जमना, सुन्न हो जाना जैसी स्थिति शामिल हैं। कुछ मामलों में कोरोना का मरीज बुखार और सांस में तकलीफ जैसे लक्षण दिखने से पहलेही बेसुध हो जाता है।

बदले-बदले से कोरोना के लक्षण
कोरोना महामारी की शुरुआत में विश्व स्वास्थ्य संगठन और सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने इसके लक्षणों पर एडवाइजरी जारी की थी। जिसकेमुताबिक, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, खांसी, सीने में तेज दर्द, चेहरा या होंठ नीला पड़ना, संक्रमण का लक्षण था। लेकिन पिछले 4 महीने में जो मामने सामनेआए उसमें कई और लक्षण सामने आए, इसे समझना बेहद जरूरी है। अब पेट में दर्द महसूस होना, गंध या स्वाद का पता न चलना, लगातार सिरदर्द महसूस, पैरमें जामुनी रंग का घाव होने पर इसे नजरअंदाज न करें और डॉक्टरी सलाह लें।



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The virus infection started from the fever reached the feet, new cases showed many new symptoms including a thumb lesion.


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